संगणक में सीपीयू का अहम योगदान होता है। सीपीयू की मदद से ही संगणक के सारे कार्य चलते हैं। हम जब भी संगणक का नाम लेते हैं तब हमारे दिमाग में सीपीयू का नाम जरूर आता है। सीपीयू को संगणक के मुख्य भाग के रूप में जाना जाता है। इसलिए हमारे मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है कि संगणक में सीपीयू क्या है? what is cpu in Hindi
संगणक में cpu बहुत ही ज्यादा जरूरी है क्योंकि यह इनपुट उपकरण द्वारा संगणक से सूचना प्राप्त करता है सूचना पर अमल करके आउटपुट उपकरणों के द्वारा उपभोक्ता को आवश्यक परिणाम दिखाता है।अगर हम इसका उदाहरण ले तो जब भी हम कोई ऐप संगणक में खोलना चाहे जैसे कि MS word और वह ऐप हमारे सामने खुलकर प्रकट हो तो उसके पीछे सीपीयू कार्यरत होता है।
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सीपीयू का कार्य बहुत ही आसान है यह इनपुट के स्वरूप में उपभोक्ता से जानकारी लेता है और उस जानकारी को मध्य नजर रखते हुए उपभोक्ता को आउटपुट के स्वरूप में आवश्यक परिणाम देता है। इस लेख में हम लोग जानेंगे सीपीयू क्या है | what is CPU in Hindi
संगणक में सीपीयू क्या है | what is CPU in Hindi
सीपीयू यह संगणक का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। इससे प्रोसेसर, माइक्रोप्रोसेसर या केवल सीपीयू भी कहा जाता है। सीपीयू यह संगणक से जुड़े सभी हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, उपभोक्ता और संगणक के भागों द्वारा प्राप्त जानकारी का संचलन करता है। इसके साथ ही सीपीयू द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम और अन्य प्रोग्राम का भी संचालन होता है। सीपीयू यह संगणक का दिमाग है।
सीपीयू का फुल फॉर्म ( विस्तारित रूप ) होता है Central Processing Unit( केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई )। सीपीयू का इस्तेमाल मदरबोर्ड की मदद से किया जाता है । मतलब मदरबोर्ड में एक सॉकेट होता है जिसके अंदर सीपीयू या प्रोसेसर को बिठाया जाता है। CPU के भी अपने अलग-अलग अंग है जिनकी जानकारी हम आगे देखेंगे।
सीपीयू का इतिहास | history of CPU in Hindi
किसी भी चीज की पूरी जानकारी के लिए हमें उसका भूतकाल जानना बहुत जरुरी होता है और यह बात बिल्कुल सच है कि सीपीयू का इतिहास बहुत ही ज्यादा मनोरंजक रहा है।
समय-समय पर बदलते तंत्रज्ञान के अनुसार cpu में बहुत सारे बदलाव किए गए और उन बदलावों की रूपरेखा हम यहाँ सीपीयू का इतिहास » history of CPU in Hindi में जानेंगे। cpu मैं पिछले कुछ समय में बहुत ज्यादा बदलाव देखने को मिला है और वह कुछ इस प्रकार है –
1954 ETL MARK III
इसके निर्माण की शुरुआत 1954 में हुई थी और यह 1956 में बनकर पूरा हुआ। इसमें मुख्य रूप से ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था। ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया का पहला संगणक था जिसमें ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था। इसमें बहुत सारे अन्य प्रोग्राम भी fit किए गए थे।
1960 – electronic घड़ी और कैलकुलेटर की खोज
जब दूसरा महायुद्ध खत्म हुआ है तब सभी बहुत सारे देश विज्ञान की नई नई खोज कर रहे थे और उनमें से ही एक देश था जापान। 1960 में जापान की एक खोज ने दुनिया ही बदल दी है। जापान ने 1960 में इलेक्ट्रॉनिक घड़ी और कैलकुलेटर की खोज की जो आगे चलकर विज्ञान के लिए वरदान साबित हुई।
1971 – intel 4004
इंटेल के द्वारा बनाया गया इंटेल 4004 यह दुनिया का पहला cpu माना जाता है। यह सीपीओ मुख्य रूप से गणितीय क्रिया पूर्ण करने के लिए और एटीएम मशीन में उपयोग करने के लिए बनाया गया। इस प्रोसेसर में केवल 4 kb programme memory थी और 640 byte RAM की व्यवस्था की गई थी।
1972 = iAPX 8008
इस प्रोसेसर के नाम में जो iAPX है उसका विस्तारित रूप है -:intel Advanced Performance Architecture। यह दुनिया का पहला 16 bit वाला प्रोसेसर था।
1974 =- iAPX 8080
ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया का पहला प्रोसेसर था जिसका इस्तेमाल किसी संगणक में किया गया हो। इस प्रोसेसर का इस्तेमाल IBM 5150 संगणक में किया गया था।
इस प्रोसेसर में सिर्फ एक ही कमी थी कि यह काफी कम पावर पर चलता था और इस कमी को दूर करने के लिए इसमें सुधार किया गया और उस मॉडल का नाम रखा गया iAPX- 8080A
1981 – iAPX 432
यह इंटेल कंपनी द्वारा बनाया गया पहला 32 bit का प्रोसेसर था। इस प्रोसेसर में तीन चिप का इस्तेमाल किया गया था साथ ही इस प्रोसेसर में transistor और vocume tube का भी इस्तेमाल किया गया था। यह प्रोसेसर ज्यादा चला नहीं यह fail हो गया।
सीपीयू के कार्य | function of CPU in Hindi
जैसा कि मैंने पहले ही बताया है सीपीयू संगणक का दिमाग कहलाता है। सीपीयू के कार्य अलग अलग होते है। सीपीयू संगणक द्वारा उपभोक्ता से इनपुट के स्वरूप में कुछ जानकारी लेता है और उस जानकारी पर प्रक्रिया करके उपभोक्ता को परिणाम दिखाता है इतने से आसान सीपीयू के कार्य जितने दिखते है उतने आसान होते नहीं है।
सीपीयू के कार्य Binary number की मदद से होते हैं। इस नंबर में सिर्फ 0 और 1 का ही इस्तेमाल किया जाता है। सीपीयू के कार्य उपभोक्ता के निर्देश और इनपुट और आउटपुट उपकरणों पर आधारित होते हैं।
अगर इसका कुछ उदाहरण दिया जाए तो जब हमें किन्ही दो संख्याओं की जोड़ (addition )करनी होती है तो वह दो संख्याएं हम संगणक में type करते हैं यह हो गया इनपुट। यह इनपुट संगणक के सीपीयू में जाएगा और वह उस निर्देश पर अमल करके उपभोक्ता को मॉनिटर, स्पीकर की मदद से परिणाम दिखाएगा वह परिणाम हो गया आउटपुट ।
सीपीयू के कार्य | function of CPU in Hindi के बारे मे अगर संक्षिप्त भाषा मे जानकारी देनी हो तो हम वह जानकारी कुछ इस प्रकार दे सकते है –
- सीपीयू को संगणक का दिमाग भी कहा जाता है।
- सीपीयू यह संगणक के सभी प्रकार के डाटा पर प्रक्रिया करने के लिए उपयुक्त है।
- सीपीयू का उपयोग डाटा का संकलन करने में भी होता है और यह डाटा आवश्यकता पड़ने पर उपभोक्ता को दिखाया जाता है।
- सीपीयू संगणक के सभी भागों पर नियंत्रण रखने का कार्य करता है।
सीपीयू के विभिन्न भाग • components of CPU in Hindi
सीपीयू के विभिन्न भाग में मुख्य रूप से 3 भाग होते हैं वह मुझे मेमोरी यूनिट, स्टोरेज यूनिट और Arithmetic Logic unit(ALU) । सीपीयू में हर एक यूनिट का अपना अपना अलग कार्य होता है। अगर उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो मेमोरी यूनिट का कार्य होता है मेमोरी का storage करना। और ऐसे ही हर एक units का अपना अपना अलग कार्य होता है और यह units आपसी तालमेल के कारण संगनक को बहुत उपयुक्त बनाते हैं।
मेमोरी यूनिट | memory unit
इस यूनिट का मुख्य कार्य है data का भंडारण करना और आवश्यक समय पर वह data सीपीयू के लिए उपलब्ध कराना। मेमोरी के वैसे तो दो प्रकार होते हैं जो है internal memory ( अंतर्गत मेमोरी ) और external memory ( बाह्य मेमोरी ) ।
Internal memory ( अंतर्गत मेमोरी ) को प्राथमिक मेमोरी भी कहा जाता है। अंतर्गत मेमोरी में RAM और ROM का समावेश होता है। मेमोरी के ऊपर हि संगनक की कार्यक्षमता निर्भर होती है। संगणक की क्षमता मेमोरी यूनिट निर्धारित करता है।
मेमोरी यूनिट का कार्य
- मेमोरी यूनिट का इस्तेमाल संगणक में विभिन्न निर्देशों एवं सूचनाओं को store करने के लिए होता है।
- मेमोरी यूनिट का इस्तेमाल छोटे समय के लिए जानकारी का संचलन करने के लिए होता है। इसके लिए वह RAM का इस्तेमाल करता है। यह जानकारी संगणक के बंद होते ही मिट जाती है।
- मेमोरी यूनिट की मदद से बहुत ज्यादा समय के लिए जानकारी का भंडारण किया जाता है जिसके लिए ROM का इस्तेमाल किया जाता है।
- संगणक के सभी भागोंको को दिए जाने वाले निर्देश भी मेमोरी यूनिट से pass होते हैं।
Control unit | नियंत्रण यूनिट
इस यूनिट का मुख्य कार्य है संगणक के सभी भागों पर नियंत्रण रखना। इस यूनिट की मदद से मेमोरी यूनिट और Arithmetic Logic Unit यूनिट पर नियंत्रण रखा जाता है और संगनक के सभी भागों को निर्देश दिया जाता है।
कंट्रोल यूनिट का कार्य इस प्रकार है कि यह उपभोक्ता से सिग्नल प्राप्त करके सीपीयू को भेज देता है और सीपीयू उस सिग्नल पर नियंत्रण रखके हार्डवेयर डिवाइस को सूचना देता है। कंट्रोल यूनिट के 2 मुख्य भाग है – Hardwired control unit और micro-programmable control unit ।
Control unit का कार्य –
- कंट्रोल यूनिट की मदद से संगणक की हर प्रकार की जानकारी का व्यवस्थापन किया जाता है और संगणक के सभी भागों को निर्देश दिया जाता है।
- इसकी मदद से प्रोसेसर के data flow का प्रबंध किया जाता है।
- इसकी मदद से संगणक के सभी भागों के बीच Balance बनाया जाता है ।
- इसकी मदद से संगनक के सभी कार्य किए जाते हैं। इसकी मदद से fetch, decode और execution का कार्य किया जाता है।
- यह संगणक में उपभोक्ता द्वारा इनपुट के रूप में जानकारी लेता है और आउटपुट के रूप में जानकारी प्रदान करता है।
- यह उपभोक्ता से जानकारी लेता है और उसका Series of computer signal में रूपांतर करता है।
- अगर आसान भाषा में कहें तो यह सीपीयू के Manager की भूमिका निभाता है।
Arithmetic Logic Unit (ALU)
यहां कोई एक भाग नहीं है बल्कि दो भागों का मिश्रण है और वह तो बाकी Arithmetic Unit और Logic Unit। इस यूनिट का Arithmetic भाग सभी प्रकार के गणितीय क्रियाओं को करने के लिए बनाया गया है वहीं Logic भाग कई प्रकार के logical operations जैसे कि And, Or, Not करने के लिए बनाया गया है।
ALU संगणक के प्रोसेसर का आधारस्तंभ है। इसका size और रचना हर एक प्रोसेसर के लिए अलग-अलग होती है। अगर उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो गणितीय क्रिया करने के लिए floating point तकनीक इस्तेमाल की जाती है।
ALU का कार्य-
Arithmetic unit का कार्य *-
इसकी मदद से मुख्य रूप से addition और substraction का कार्य किया जाता है। हमें किसी चीज का multiplication या division करना हो तो हम बार-बार addition और substraction का उपयोग करके यह कार्य संगणक में आसान कर सकते हैं।
Logic Unit का कार्य-
संगणक में बहुत सारे कार्य तर्क वितर्क से चलते हैं और उन सभी कार्यों को करने के लिए यह यूनिट काफी महत्वपूर्ण है इसमें And, Not और Or इन logical unit का इस्तेमाल किया जाता है।
Bit shift–
इसका उपयोग मुख्य रूप से विभाजन और गनन में किया जाता है इसकी मदद से बीट को बाई बाए या दाए ओर shift करने के लिए होता है।
System bus
जब भी उपभोक्ता संगणक को कोई निर्देश देता है तो वह निर्देश संगनक तक आने के लिए कोई channel की बहुत जरूरत होती है और वह channel का काम करता है system bus इसकी मदद से उपभोक्ता द्वारा दिए गए संदेशों को सीपीयू तक लाया जाता है।
यह मुख्य रूप से बहुत सारे Wire और connector का मिश्रण है जिसकी मदद से इनपुट उपकरणों के द्वारा सीपीयू तक निर्देश पहुंचाया जाता है और सीपीयू के द्वारा आउटपुट उपकरणों के जरिए उपभोक्ता को आवश्यक जानकारी दिखाई जाती है।
अगर आसान भाषा में कहे तो यह Transportation का कार्य करता है इसी के आधार पर इसके तीन प्रकार है –
1. Address bus-
इसकी मदद से संगनक के विभिन्न निर्देशों को इनपुट और आउटपुट उपकरणों के द्वारा सीपीयू तक पहुंचाया जाता है और सीपीयू के द्वारा उन पर प्रक्रिया करके यह निर्देश वापस एवं उपकरण तक पहुंचाए जाते हैं।
2. Data bus-
इसका इस्तेमाल जानकारी का परिवहन करने के लिए होता है।
3. Central bus-
इसकी मदद से संगणक के नियंत्रण संदेशों का सीपीयू और इनपुट और आउटपुट उपकरण के बीच परिवहन होता है।
सीपीयू cores क्या होते हैं?
सीपीयू प्रोसेसर को ही core कहा जाता है। पहले पुराने समय में एक ही core के प्रोसेसर होते थे मगर अब के समय में इनकी संख्या 2 से 18 हो गई है। संगणक में जितने ज्यादा cores होगे उतना ही ज्यादा संगनक अच्छी तरह से काम करेगा।
Cores मैं मुख्य रूप से एक प्रोसेसर में बाकी प्रोसेसर fit किए जाते है और उसी से निकली एक संकल्पना है जिसका नाम है threading। threading का उपयोग नवीनतम सीपीयू में किया जाता है इसमें सीपीयू के अंदर प्रत्यक्ष रुप से प्रोसेसर fit ना करते हुए उसे virtually बनाया जाता है।
Dual core processor –
जैसा की हम उपरवाले चित्र में देख सकते है ऐसा मानकर चलते है कि Gray कलर वाला जो हिस्सा है वह है मुख्य प्रोसेसर या मुख्य सीपीयू। उसके अंदर 2 black boxes है वह है दो स्वतंत्र प्रोसेसर। यानी एक प्रोसेसर के अंदर 2 प्रोसेसर fit किए गए हैं। और उस प्रकार के प्रोसेसर को कहा जाता है dual core प्रोसेसर। और इन दो प्रोसेसर के बीच की दूरी को मापा जाता है nano meter में।
उदाहरण -AMD X2, intel core duo, AMD athlon 64, A4-3300, intel Pentium dual इत्यादी ।
Single core processor –
अगर ऊपर वाले चित्र में सिर्फ एक ही Black box यानी प्रोसेसर होता तो उसे हम कहते single core processor। इस प्रकार के core 1970 के समय में बहुत लोकप्रिय थे। जिस प्रकार के प्रोसेसर में multitasking ability का अभाव था।
Quad core processor –
जब किसी एक प्रोसेसर के अंदर 4 प्रोसेसर की क्षमता को तो उसे Quad core प्रोसेसर कहा जा सकता है। इस प्रकार के प्रोसेसर में बहुत सारे काम एक साथ करने की क्षमता बहुत अच्छी होती है।
उदाहरण – intel nehalam, Intel core 2 quad, AMD phenom X4, etc
Hexa core processor –
जो किसी एक प्रोसेसर के अंदर 6 प्रोसेसर fit किए गए हो और उसमें 6 प्रोसेसर की ताकत हो तो उसे Hexa core processor कहा जा सकता है।
उदाहरण –intel Xeon W2135, intel processor
Octa core processor –
जब किसी एक प्रोसेसर में 8 प्रोसेसर फिट किए गए हो तो उसे Octa कोर प्रोसेसर कहा जाता है। इस प्रकार के प्रोसेसर में सभी प्रोसेसर अलग-अलग कार्य करते हैं इसलिए इसकी Multitasking ability बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
उदाहरण – AMD Pro-1700X, intel i7-9800X, AMD 2700 इत्यादी .
सीपीयू कैसे कार्य करता है
अगर हम संगणक शुरू करते हैं और हमें लगता है कि हमें किसी दो संख्याओं के जोड़ करनी है तो हम उस दो संख्या को संगणक के कैलकुलेटर में डालेंगे अब यह होगया वह संगणक में इनपुट।
अब यह इनपुट सीपीयू तक संगणक के उपकरणों द्वारा पहुंचाया जाएगा। यह संदेश पहुंचाने के लिए Bus का इस्तेमाल किया जाता है। Bus मतलब बहुत सारे wire और कनेक्टर का कनेक्शन। उपभोक्ता द्वारा प्राप्त निर्देश अब सीपीयू में आ गया है तो सीपीयू memory unit के द्वारा इसके program को ढूंढेगा।
यह addition क्रिया Arithmetic logic unit के अंतर्गत आती है इसलिए वह जोड़ का निर्देश इस यूनिट को दिया जाएगा। यूनिट उस निर्देश पर अमित करेगा और cpu को binary number के रूप में परिणाम देगा। अब बायनरी नंबर तो हर किसी को समझ में आता नहीं इसलिए सीपीयू उसका साधारण भाषा में रूपांतर करके उपभोक्ता को दिखाएगा।
उपर्युक्त सभी क्रियाएं मुख्यता 3 phases में होती है वह है –
Fetch –
उपभोक्ता द्वारा दिए गए निर्देश पर काम करने के लिए सीपीयू Memory unit से जानकारी इकट्ठा करता है इसे कहते हैं fetch
Decode –
जो इनपुट डाटा पर प्रोसेस किया जाता है तब उसके छोटे-छोटे भागों में विभाजित किया जाता है उन छोटे-छोटे भागों के विषय में कहा जाता है decode। इस प्रक्रिया को करने के लिए बायनरी नंबर की सहायता ली जाती है।
Executes –
इस प्रक्रिया में संगणक का सीपीयू जानकारी का रूपांतर छोटे-छोटे Chains of signal मे करता है। यह सिग्नल को आउटपुट उपकरणों को उपभोक्ता के परिणामों को दिखाने के लिए भेजा जाता है।
सीपीयू के कुछ महत्वपूर्ण Model’s
समय के साथ-साथ सीपीयू के रचना में बहुत ज्यादा बदलाव देखने को मिला है पहले के सीपीयू आज के सीपीयू जितने अत्याधुनिक और multifunctional नहीं थे मगर उनका सीपीयू की दुनिया में योगदान भुला नहीं जा सकता। इसलिए हम जानेंगे कि Intel और AMD यह दो सीपीयू निर्माता कंपनियों के cpu की जानकारी।
Intel core processor
इंटेल कंपनी द्वारा इस प्रोसेसर की सीरीज को सन 2006 में शुरू किया गया। आज इस कंपनी द्वारा शुरू की गई इस सीरीज के कई मॉडल दुनिया नाम कमा रहे हैं।
1. Core i3-
इस प्रोसेसर का speed 1:30 से लेकर 3:30 GHz होता है। इस प्रोसेसर में 3 MB से 4MB catch memory होती है। इस प्रोसेसर को मदरबोर्ड में फिट बैठने के लिए LGA 1150 या LGA 1155 इस सॉकेट की जरूरत होती है।
उदाहरण – intel core 2125, Intel core 210
2. Core i5 –
इस प्रोसेसर में ज्यादातर 6 cores होते हैं। इस प्रोसेसर का सबसे पहला निर्माण सन 2009 में किया गया था। इस प्रोसेसर की गति 1.90 से 3.80 GHz होती है। इस प्रोसेसर में ज्यादातर DRD3 1600 या DRD3 1333 इस प्रकार की रैम का उपयोग किया जाता है।
उदाहरण – Intel Core i5-7500 LGA 1151 7th Gen Core Desktop Processor, intel core i5 9400F etc.
3. Core i7 –
इस प्रोसेसर में लगभग 8 generation है। इस प्रोसेसर का speed 2.6 से 3.7 GHz है। यह प्रोसेसर एक multi-functional प्रोसेसर है।
उदाहरण –intel core i7-11375H, intel core i7-11370H इत्यादि
4. Core i9 –
इस प्रोसेसर में Hyper thread तंत्रज्ञान का बहुत अच्छी तरह से इस्तेमाल किया गया है। इस प्रोसेसर की सीरीज की स्थापना सन 2017 में की गई थी और इस प्रोसेसर का speed सबसे ज्यादा है जो की है 3.3 से 4.5 GHz । संगणक की दुनिया के सबसे नवीनतम संगणक में इस प्रकार के प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है।
AMD core processor –
AMD का full form है Advanced Micro Devices। इस processor कंपनी की स्थापना सन 1969 मे की गई है। इस कंपनी द्वारा पहला processor सन 1991 दुनिया के सामने लाया गया। इससे पहले contract के कारण यह कंपनी processor नहीं बना पाति थी। AMD को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी Processor कंपनी के रूप मे जाना जाता है।
सन 1991 में इस कंपनी द्वारा लाए गए प्रोसेसर का नाम था Am386। सन 2000 में इस कंपनी ने NextGen कंपनी हस्तांतरित की। साथ हि यह दुनिया की पहली ऐसी कंपनी बनी जिसने 1 GHz प्रोसेसर की खोज की ।
इस कंपनी ने सन 2003 में Optron चिप की स्थापना करके दुनिया में दिखा दिया कि यह कंपनी क्यों महत्वपूर्ण है।
24 जुलाई 2006 में इस कंपनी के एमडी ने यह घोषित किया कि इस कंपनी ने ATI यह कंपनी हस्तांतरित की है। ATI कंपनी का उद्देश्य graphics card निर्माण करना था।
आजकल AMD के zen2, zen3 और zen + core series के प्रोसेसर दुनिया में अपना महत्व प्रदान कर रहे हैं।
AMD इंटेल के अलावा भी इस दुनिया में बहुत सारे ऐसे प्रोसेसर निर्माता कंपनी है जिनके बारे में हमने यहां पर चर्चा नहीं की है इसके पीछे महत्वपूर्ण कारण है present trend और प्रोसेसर का कार्यक्षेत्र। आजकल प्रोसेसर की दुनिया में बहुत सारे नवनवीन प्रोसेसर का आविष्कार हो रहे हैं और इन प्रोसेसर की वजह से हमारा जीवन सुखद हो गया है
सबसे ज्यादा पूछे गए प्रश्न | FAQ
सीपीयू क्या है?
सीपीयू या सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट यह संगणक का मुख्य भाग्य है जो संगणक द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करके उपभोक्ता को आवश्यक परिणाम दिखाता है। सीपीयू को प्रोसेसर भी कहा जाता है। सीपीयू को संगणक का दिमाग भी कहा जाता है।
सीपीयू के कितने भाग होते हैं?
सीपीयू के कुल मिलाकर 3 भाग है जो है –
1. Arithmetic logic unit
2. Control unit
3. Memory unit
सीपीयू का फादर किसे कहा जाता है?
सीपीयू का फादर Charles babbage को कहा जाता है।
सीपीयू का आविष्कार किसने किया?
सीपीयू का basic architecture “Ted Hoff” ने किया वहीं सीपीयू का निर्माण Federico Feggin ने किया।
एक सीपीयू को को एक से ज्यादा संगनक में कैसे जोड़े?
एक सीपीयू को एक से ज्यादा संगणक से जोड़ने के लिए ASTER multimonitor software इस तंत्र ज्ञान का उपयोग होता है
सारांश
मुझे आशा है आपको सीपीयू क्या है, इस लेख में सीपीयू के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हुई होगी अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो इसलिए तो जरूर शेयर करें और अगर आपके मन में कोई सवाल रह गया है तो आप हमें कमेंट करिए हम आपको निश्चित रूप से जवाब देंगे।
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